जब आप आय से ज़्यादा ख़र्च करते है तो आप एक नकली दुनिया, एक काल्पनिक दुनिया, का निर्माण करते है
आपने नल के नीचे बालटी रखी, पानी भरने के लिए, लेकिन आप को तुरंत ज़रूरत है पानी की इसलिए आपने जैसे ही उसमें लोटे भर पानी हुआ, पानी निकाल लिया।…
आपने नल के नीचे बालटी रखी, पानी भरने के लिए, लेकिन आप को तुरंत ज़रूरत है पानी की इसलिए आपने जैसे ही उसमें लोटे भर पानी हुआ, पानी निकाल लिया।…
यदि हिन्दू धर्म, चार स्तम्भों : धर्म , अर्थ, काम व मोक्ष पर आधारित है तो धर्म निरपेक्षता सामाजिक रूप से राष्ट्रद्रोह है तथा व्यक्तिगत रूप से सबसे बड़ा अधर्म…
सम्भवामि युगे युगे… अधर्म जैसे अपने चरम पर पहुँच चुका था। मथुरा में बैठा कंस स्वयं को ईश्वर बताता था, तो उधर मगध नरेश जरासंध भी ईश्वरत्व का दर्प लिए…